शाला programming किस चिड़िया का नाम है…
template में subclassing कर के अपना time pass होता है,
copy paste का काम मिलता है बस अपुन खुश!!!
फिर ये coding का लफड़ा लोचा काहेको?
अरे काहेको?
अरे काहेको रे??
फिर एक दिन अपुन को project मिला…
या हाहाऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ !!!!
साला अपुन का खोपड़ी चक्कर खा गया !!!!
अपुन को लगा अपुन का बेड़ा पार हो गया…
बोले तो बाप शाला अपुन को भी coding से प्यार हो गया!!!
दिन भर अपुन computer के अगु पीछु
कोई लफ़्ड़ा नहीं कुछ नहीं…
तीन दिन न कोई दंगा न किसी से पंगा
बस चुप चाप…
अपुन का भीडुलोग शाला डर गया…
बोला क्या बे pk, शाला तु भी programmer बन गया!!!
फिर एक दिन अपुन को काम करता देख वीकी बोला…
ए pk भाई क्या coding बना रहा है बाप!!!
वीकी को पकड़ा…
बोला इधर आ शाले तेरे को coding सीखाता हूं…
शाले को इतना धोया इतना धोया…
अभी तक थोपड़ा अकड़ा है…
और आज तक उसका forms के साथ छत्तीस का आंकड़ा है।
समझा…?
समझा…?
समझा न…
(फिर… , फिर क्या हुआ ?)
फिर एक दिन अपुन ने coding पुरा कर दिया…
form पुरा करके अपुन ने testing को भेज दिया!!!
लगता था अब अपुन का काम खतम हो गया…
पर Application में issues देखके शाला अपुन डर गया!!!!
अपुन के सामने tester ने मेरे codings में errors निकाली…
अपुन की coding की पुरी waatt लगा डाली…
अपुन उधर ही खडा था…
पर अपुन कुछ नहीं बोला
काएको बोलेगा? काएको??
शाला एक-एक काम किया था उसमें भी इतने bug
पर अपुन एक आशु नहीं रोया…
काएको रोएगा? काएको??….
फिर.… फिर क्या