कल रात मैने देखा एक स्वप्न प्यारा
मुझ से मिलने आया एक नन्हा सितारा
धरती चमक उठी तेज उसका देखकर
वायु बहक गई वेग उसका देखकर
अग्नि की ज्वाला, ज्वाला नहीं रही
शीतल सितारे की थी महिमा यही
जल वाष्प बन गया,
जलवायु बदल गया…
आसमान तड़प उठा नन्हे सितारे के लिए
वो रत्न मिल गया,
जीवन बदल गया…
सबकुछ मिला हमें जो हम उससे मिल लिए
जो ख्वाब में दर्शन दिया
वह सत्य ही तो था…
था वही सुन्दर…
था वह एक सितारा!
नन्हा सितारा!!
सबका प्यारा सितारा!!!
Author: Prabhat Kumar