मेरी मधुशाला(old version)प्रियतम्!मैं आगे बढता हूं,मेरी लगाम् साक़ी बाला ।रंजित हूं मैं मदिरा पीकर,है जो कमान मेरी हाला ॥ जीने का अभिलाषी हूं मैं,मस्त मुहर्रम
मेरी मधुशाला(old version)प्रियतम्!मैं आगे बढता हूं,मेरी लगाम् साक़ी बाला ।रंजित हूं मैं मदिरा पीकर,है जो कमान मेरी हाला ॥ जीने का अभिलाषी हूं मैं,मस्त मुहर्रम