Oh, my Lord… you’re lost I knowStill, I’ll sought your name to showYou are the reason for the war and the peaceMonster of slavery and
Month: April 2017
जीवन एक किनारा है या एक समंदर का दर्पण पल में रंग में रंग जाते जाने कइअक प्यासे गण! कुछ तुम से, कुछ हम से, कुछ इन दीवारों से, महक उठी है लीला अपनी पनघट के फौवारों से। मुझको कोई मोह नहीं, काव्य कृत्य काव्यालय से बिक सकता है अपना बोल किसी मर्म के प्याले से मुझसे कोई आश न