दिल, दिल, दिल !!! जब से सुना है कि artificial heart transplantation के बाद भी मानव जीवित रह सकता है, यह भ्रम दूर हो गया कि प्यार दिल से और इजहार दिमाग से किया जाता है  प्यार शायद मन से या आत्मा से किया जाता होगा। मतलब की अनेको फ़िल्मी गीतों और हिंदी एवं अंग्रजी काव्यों में दिल को बेवजह ही इतना महत्वपूर्ण स्थान दे दिया गया है। थोडा आगे जाकर और सोचता हूँ तो यही समझता हूँ कि एक दिन artificial नहीं तो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में दिमाग का भी transplantation भी सम्भव हो ही जायेगा और तब पता चलेगा की दिमाग में कंप्यूटर वाला processor तो है और memory को enlarge करने की शक्ति भी पर memory का बीज कहीं आत्मा में ही होगा। अर्थात, brain transplantation सम्भव हो सकता है। 

— Meri Madhushala | Prabhat Kumar

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