आइए ML के lectures का हाल सुनाता हूं।
Bioinfo से जुड़ी कुछ mystries सुलझाता हूं।
एक student ने teacher से पुछा- बताइए sir
Biology में machine के होने से क्या तात्पर्य है।
Machine Learning तो हमें लगता है भुलभुलैया
भला इनके formulae का कोई और पर्याय है।
*
Teacher भी था अधेड़, आधा दिमाग का…
कहता है मुस्कुराकर यह कैसा सवाल है।
है biology बटुआ, machine ही माल है
पुछो न तुम दोबारा कि यह मेरा रूमाल है।
तुम्हारे हर सवाल से इस रूमाल पर पड़ती है छिंट
हम भी फंसे हैं इसी दलदल में, न फेंको हम पर ईँट।
जितना सुनाता हूं ध्यान से सुनना सारी बातें…
Formulae तो होंगी और होगी आसमान से बातें।
*
तभी back bench से सहमा हुआ एक आवाज आया।
Sir, Machine Learning का भावार्थ स्पष्ट नहीं हो पाया।
इस भुलभुलैया में फंसने से बताइए भला क्या होगा…
मैं तो कहता हूं पुरा का पुरा syllabus ही बदलना होगा।
*
फिर क्या दुसरे bench से syllabus का विस्तार आने लगा
Neural Network को सब Nominal Network बताने लगा।
यह कहकर कि optimal path हमेशा end में मिलती है…
Viterbi algo का recursion step उड़ा डाला।
Morkov Modelling में ज्यादा परेशानी न हो
इसलिए HMM का hidden तत्व हटा डाला।
*
नई syllabus की भाई वाह-वाही हो गई
मातम था class में सहनाई बज गई।
थोथे भी कहने लगे-अब तो मैं भी पास होजाऊंगा
Nominal Network में अपना नाम कर जाऊंगा।
*
बस-बस बहुत हो गया drama और नौटंकी
ML नहीं है तुम्हारे bathroom की टंकी।
फिर भी exam के समय एक एहसान कर जाऊंगा
ML रूपी रूमाल में पर्ची छोड़ जाऊंगा।
बस इतनी सी है हमारी तुम से फरियाद
कर तुम इन topics के कुछ keywords याद।
सारे प्रश्न cent per cent हमारे notes से आएंगे
और हर keyword पर हम marks के झंडे लहराएंगे।


Author-Prabhat Kumar

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