A few days ago I conducted a session on the topic – “Machine Learning for Everyone” in the Startup Frat community and there was a
Category: learning
मो को कहां ढूंढे रे बन्दे, मैं तो तेरे पास में ना तीरथ में, ना मूरत में, ना एकान्त निवास में ना मन्दिर में ना
उसको भुलाने के लिए हमने जो किनारा माँगा, लोग समझते रहे हम अपने जाम मेँ डूबे हैं ! हमने तो चोरों को कल शाम दावत
एक अध्ययन किया है विदेश में आकरक्या सुनियेगा जरा अपना सर झुकाकर ??? यूरोपे को कहूँ स्वर्ग का सफ़र और इंडिया?हा हा हा !! और