Greek salad and ice tea Full of warmth and melody I feel the wonder, the glitter The Holy spirit within… The merrier spirit within… The
Category: love
कास मिला न होता तुमसे तुम सपनों में न आती… जगमग जगमग दुनिया थी जो तुम पायल न खनकाती। कास मिला न होता तुमसे तुम
जाने अनजाने में मैं – क्यों भूल जाता हूँ। मेरी प्रियतम मधुशाला !! क्यों मैं डूब जाता हूँ ! प्यार के रंग अनेको हैं और
पहली मुलाकात की बस बात ही तो थी.…हमने पी ली जो ख़ुशी में वो शराब ही तो थीकुछ उनका नशा था, कुछ था शराब का.…कुछ
(1)मुमकिन है अपना मेल प्रिये ये प्यार दिलों का खेल प्रिये ! तुम एक विधायक की बेटी मैं भारत माँ का बेटा हूँ। तुम चंचल,चतुर,चकोर
एक चंचल चतुर चकोर नार जब दे गई अक्ष पर जोर वार, अब मन मस्तक सब घुम-घुम सपनो में रहे उसे ढूंढ़-ढूंढ़ नज़रों की नजाकत किसके लिए लो उन