After I got inspired from this story…..
मस्जिद ने मुझको दुत्कारा, मंदिर ने रंग दिया काला….
गिरजा और गुरूद्वारे पर…, ठोकर तक खाया है प्याला,
एक भिक्षुक का सम्मान नहीं, जग सोता वह रोता है,
मदिरालय के चौखट पर कहीं रत्न लुटाती मधुशाला…!!
गिरजा और गुरूद्वारे पर…, ठोकर तक खाया है प्याला,
एक भिक्षुक का सम्मान नहीं, जग सोता वह रोता है,
मदिरालय के चौखट पर कहीं रत्न लुटाती मधुशाला…!!
— मेरी मधुशाला (प्रभात)