(१)होली का मल्हार न गाऊंगाऊं स्वर में गानाआती देखूं भीड़ भयंकरहो जाऊं रवाना…भीगी दुनिया सारी हैमैं बन बैठूं दीवाना…हो बोलो – सा रा रा रा
Category: holi
बदला नहीं जमीं है न बदला है समन्दरकलियां खिलेंगी अब भी कुछ खास है ये मंजर बादल की गुफ़्त गु में गर बदली है हवाएंतो