(१)
होली का मल्हार न गाऊं
गाऊं स्वर में गाना
आती देखूं भीड़ भयंकर
हो जाऊं रवाना…
भीगी दुनिया सारी है
मैं बन बैठूं दीवाना…
हो बोलो – सा रा रा रा …
हो बोलो – सा रा रा रा …
होली है …
हो होली है …
होली का मल्हार न गाऊं
गाऊं स्वर में गाना
आती देखूं भीड़ भयंकर
हो जाऊं रवाना…
भीगी दुनिया सारी है
मैं बन बैठूं दीवाना…
हो बोलो – सा रा रा रा …
हो बोलो – सा रा रा रा …
होली है …
हो होली है …
(२)
कीचड़, मिटटी, रंग-अबीरा
सब में लिपटे लोगन,
शोर शराबा, रंग गुलाबी
भीगी चुनरिया, होठ शराबी
मैं कैसे जाऊं नगरिया
हाय! काके लागि नजरिया…
हो बोलो – सा रा रा रा …
हो बोलो – सा रा रा रा …
होली है …
हो होली है …
(३)
गोरी करे छिछोरी
गोरा करे तमाशा जोरि
राधा पनघट पर मुस्काये
कान्हा रंग-बिरंगो होरी
मधुघट पर फौहार लगाए
कलशा भरता ही बस जाये…
कि बोलो – सा रा रा रा …
कि बोलो – सा रा रा रा …
होली है …
हो होली है …
(४)
अबकी होली रंग नहीं
जो श्रीदेवी का संग नहीं
नाही लालू कुरता फाड़े
पी के भैया फगुआ गाये
फिर भी होली जमा हुआ है
गली-गली में रमा हुआ है…
कि बोलो – सा रा रा रा …
कि बोलो – सा रा रा रा …
होली है …
हो होली है …
Author: Prabhat Kumar
written on 2nd March 2018