Dedicated to Top Entertainers of India
तू सौदागर है!, जा देश के लिए खुशियाँ बटोर कर ला…
तेरी मदहोशी, वतन की जिन्दादिली का सबूत बने !
झुलसे हुए कई बदन पर तेरे नगमों का वो स्पर्श मिले…
तू मिले न मिले, तेरी रंगीन अदाएं हमे सदा मिलती रहे!!
-Prabhat Kumar