मैं अंधेर दिशा का तम हूँ..,
मेरी उल्फत एक नीलामी है
मैं खोया खोया बस्ती हूँ…
मेरी किस्मत एक कहानी है
तुम पंछी हो आसमान के,
तेरा उड़ना मस्त जवानी है,
तुम उत्पात हिलोरों की हो
तैराकी तेरी मनमानी है…
रूप रंग हो चला कुचैला
आशावों की शाम ढलित है
तुझ पे कैसे नाज न करता
जंगल में सम्मान फलित है
मैं व्यथा भरी एक गाथा हूँ,
तुम रूप की एक निशानी हो,
मैं अरबों जन को भाता हूँ,
तुम मेरी दिल की रानी हो…
मैं अंधेर दिशा का तम हूँ..,
मेरी उल्फत एक नीलामी है
मैं खोया खोया बस्ती हूँ…
मेरी किस्मत एक कहानी है !!