आजाद हूँ मैं, आबाद हूँ मैं
तेरी नज़रों का पुख्ता ताज हूँ मैं
आवाज़ हूँ मैं, अंदाज हूँ मैं
काजल सा काला, कोई राज हूँ मैं…
तेरी नज़रों का पुख्ता ताज हूँ मैं
आवाज़ हूँ मैं, अंदाज हूँ मैं
काजल सा काला, कोई राज हूँ मैं…
मैं आंधी हूँ, तूफान हूँ मैं,
जुनूने सौख का आयाम हूँ मैं
मस्ती भरी शाम का चिराग,
जवां दिल का अतृप्त प्यास हूँ मैं…
मैं पहेली हूँ, सावन की सहेली हूँ
वक्त का प्यार और तेरा घुमार हूँ मैं,
तेरे नजर में नजरबन्द बहार हूँ मैं,
तेरे मयखाने पर खड़ा पहरेदार हूँ मैं…