दामिनी देश की गरिमा है
करोड़ों के मन का उबाल है
पत्थर में दैविक उछाल है
कानूनों पर घिसती तलवार है
संवेदना का साक्षात्कार है
युवाओं की ललकार है…
दामिनी घायल नहीं है
वो पीड़ित भारत माँ की पुकार है
हर पीड़ित बच्ची के लिए दाता है
मूर्क्षित है अपनी संस्कृति
ये हर घृणित पाप पर तमाचा है
बेअक्ल लुटा समाज का
एक मात्र भाग्य विधाता है
दामिनी घायल नहीं है
वो भारत भाग्य विधाता है!!!
–Meri Madhushala
करोड़ों के मन का उबाल है
पत्थर में दैविक उछाल है
कानूनों पर घिसती तलवार है
संवेदना का साक्षात्कार है
युवाओं की ललकार है…
दामिनी घायल नहीं है
वो पीड़ित भारत माँ की पुकार है
हर पीड़ित बच्ची के लिए दाता है
मूर्क्षित है अपनी संस्कृति
ये हर घृणित पाप पर तमाचा है
बेअक्ल लुटा समाज का
एक मात्र भाग्य विधाता है
दामिनी घायल नहीं है
वो भारत भाग्य विधाता है!!!
–Meri Madhushala