हज़ारों सवालों से अच्छी है खामोशी तेरी… न जाने कितने सवालों की आबरू रखी !! शोकसभा में भारतवर्ष के सरपंच बोले… टूटे हुए दिलों को
हज़ारों सवालों से अच्छी है खामोशी तेरी… न जाने कितने सवालों की आबरू रखी !! शोकसभा में भारतवर्ष के सरपंच बोले… टूटे हुए दिलों को
मेरी मधुशाला*********मेरी मधुशाला, सोच की वह गहराइयाँ है जो जीवन के किसी भी मोड़ पर हमें प्रसन्न रहने के लिए प्रेरित करती हैं |फिर चाहे
कुछ तो कहो कहते रहोकरते रहो आवाज तुमहम से मिलो सबसे मिलोकिंचित न हो उदास तुम कहना ही तेरा काव्य हैइस काव्य का ही भाव