क्या रूठे पल से रूठना क्यों ओझे कल को भूलना ? मस्तक पर श्रृंगार है सबका आभा जिसकी महि नहीं ! जब घनघोर घटाएँ हो और किरणों
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ना जाने क्युकभी तुमको अपने पास,तो कभी दूर पाता हूँतमाम दूरियो के बाद भी लौट आता हूँ. ना जाने क्युसुनोगे मेरी बतो को, फिर भी
This life is a mystery and full of rocks The innocent faces of pupil and flocks The mystery of science and the mystery of religions
Universe is apparently infinite. Experiments reveal that universe is expanding also. Those galaxies that are at higher distance move away from each other at equally
मेरी पहली लघु कथा !!! एक फौजी कारगिल युद्ध में शहीद अपने दोस्त की फोटो फेसबुक पर शेयर करता है और तमाम लोग उस पर
(1)मुमकिन है अपना मेल प्रिये ये प्यार दिलों का खेल प्रिये ! तुम एक विधायक की बेटी मैं भारत माँ का बेटा हूँ। तुम चंचल,चतुर,चकोर
जब दिल के अरमां टूट गए परिणाम बदल के होगा क्या? आशुं का पान किया करते पकवान बदल के होगा क्या? कोई बोली लगा लगा
मो को कहां ढूंढे रे बन्दे, मैं तो तेरे पास में ना तीरथ में, ना मूरत में, ना एकान्त निवास में ना मन्दिर में ना
रिश्ते में तो हम तुम्हारे (संसद में बैठे तमाम पतिनिधियों के) बाप लगते है। नाम है हमारा आप (AAP – आम आदमी पार्टी)….. सहमत हैं