मुहब्बत में आशिक का जी आजमाना गुजारिश है उनसे अजीज आजमाना जमाना है कातिल तमीज आजमाना चलो भुल जाते, तुम्ही आजमाना !!मुहब्बत है जरिया या शोक दरिया कोई आजमाइश
Category: love
मेरी इश्क है सजा, मेरी जान को बता… मेरी एक न सुने, वो करे है क्या खता? अपनी बाते खूब कहे वो बेबस मैं लाचार मन मंदिर में
गुब्बार बना रखा है, कोई घुमार बना रखा है… दो पल का मिलना और मिलके फिर बिछुड़ना, तेरी आशिकी ने मुझको लाचार बना रखा है
आजाद हूँ मैं, आबाद हूँ मैं तेरी नज़रों का पुख्ता ताज हूँ मैंआवाज़ हूँ मैं, अंदाज हूँ मैं काजल सा काला, कोई राज हूँ मैं…