हज़ारों सवालों से अच्छी है खामोशी तेरी… न जाने कितने सवालों की आबरू रखी !! शोकसभा में भारतवर्ष के सरपंच बोले… टूटे हुए दिलों को
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यत्र नार्यस्तु पूज्यते रमन्ते तत्र देवता ! ********************************** नर-नारी का विषम पात्र है मन में, एक कलश पर अलग है प्याला… अबला नारी दीन-हीन कृपा-विहीन,
आजाद हूँ मैं, आबाद हूँ मैं तेरी नज़रों का पुख्ता ताज हूँ मैंआवाज़ हूँ मैं, अंदाज हूँ मैं काजल सा काला, कोई राज हूँ मैं…
मेरी मधुशाला*********मेरी मधुशाला, सोच की वह गहराइयाँ है जो जीवन के किसी भी मोड़ पर हमें प्रसन्न रहने के लिए प्रेरित करती हैं |फिर चाहे
मैं मानता हूँ दोस्ती जीने का दूजा नाम है औरदुश्मनी भी दोस्ती का एक सुलगता नाम है… दोस्ती में दोस्तों को याद करना, भूल जाना…गम
बदला नहीं जमीं है न बदला है समन्दरकलियां खिलेंगी अब भी कुछ खास है ये मंजर बादल की गुफ़्त गु में गर बदली है हवाएंतो
जीवन में आएगा प्रभातवो कलिया वो तारे आएँगेजिनकी है मुझको तब से यादहै मेरी यह परिकल्पनाहै मेरा यह सुदृढ विश्वासजीवन में आएगा प्रभात।जीवन पथ का