मैं अंधेर दिशा का तम हूँ.., मेरी उल्फत एक नीलामी हैमैं खोया खोया बस्ती हूँ… मेरी किस्मत एक कहानी है तुम पंछी हो आसमान के,तेरा
Category: song
लिखता हूँ मैं कुछ ऐसा नगमा ही लिखता हूँकि हर पीनेवाले को मैं मधुशाला ही दीखता हूँ…!!मेरी आवारगी की तह में जाकर देख लो तुम
(1) फोकट का फाटक खुलवाविस्तार करूं मैं बेतालासाकी से शुरूआत करूं मैंदे संतों को मय-प्याला,*ऐसा स्वांग रचूं मैं पी केअपने इस मदिरालय मेंझुम-झुम सब नाचें
आप से इतनी गुजारिस हम नहीं हैं बेजुबान… * जिंदगी एक कचहरा है और वो पुछेंगे आज… हम समर्पन कर चुके हैं कैसे लें हम
गोला मोला टोला वाला सीधा साधा भोला भाला। कहे बिहारी मदिरा वाला बमबम भोले मैं मतवाला।। *** रोके कोई मुझे तो मस्ती छोड़ न दे